AD

Monday 12 March 2018

बिना तोड़फोड़ ठीक करे वास्तु तुरंत होगा लाभ

बिना तोड़फोड़ ठीक करे वास्तु तुरंत होगा लाभ 

फेंगसुई का इतिहास 4000 वर्ष पहले का है ,निसंदेह वैज्ञानिक होते हुए भी पांच तत्वों के निश्चित समीकरण से हमारे अंदर पर्याप्त ऊर्जा शक्ति का संचार बना रहता है ।इस के बिगड़ने से हम असंतुलित हो जाते है ।परिणाम स्वरुप हमारी मनोस्थिति, विचारधारा, दृष्टकोण में बदलाव आ जाता है ,हम समसयाओ से घिर जाते है ।जैसे ही कोई फेंगसुई जानकर हमारे निवास स्थान में इन तत्वों में आवश्यक संशोधन करवा देता है हम इस प्रकार का सुखद अनुभव करते है जैसे बिजली चले जाने पर कोई खिड़की या रोशनदाम खुलवा कर हमे राहत दे ।
यहाँ पेश है कुछ सुझाव ज्योतिष और फेंगसुई के आधार पर जिसका पालन करके हम किसी बिना तोड़फोड़ के अपनी मनोदशा एंव एकाग्रता प्राप्त कर सुचारु ढंग से जीवन यापन करते है ।

VASTU TIPS AND FENGUSI FOR HOME


  • वृष,मिथुन,सिंह,मकर,राशि वाले यदि किसी शहर के केंद्र भाग में निवास करेंगे,वृश्चिक राशि वाले पूर्व दिशा में, मीन राशि के स्वामी अग्निकोण में, कन्या राशि दक्षिण में ,कर्क नेत्रित्य में,धनु पश्चिम में ,तुला वाव्य में,मेष उतर दिशा में तथा कुम्भ ईशान उपदिशा में निवास स्थल रखने पर सैदव चिंतित तथा किसी ने किसी रोग के शिकार रहेंगे ।
  • घर के मुख्य द्वार के आगे किसी न किसी प्रकार की कोी रुकावट बिजली,टेलीफोन का खम्बा,पिलर,यहाँ तक की पूर्व दिशा में रहने वालो के घर के आगे वृक्ष होगा तो वह परिवार के लिए शुभ नहीं होगा ।घर में लक्ष्मी वृद्धि नहीं हो पायेगी ।पूर्व दिशा में रहने वालो का मुख्या द्वार भी नैत्रत्य दिशा में शुभ रहेगा ।
  • घर के किसी भी मुख्य कमरे का द्वार किसी शौचालय के सामने नहीं होना चाहिए ।बाथरूम की प्रदूषित वायु आपको बीमार करेगी ।दोनों द्वारों के बिच कोई रुकवाट बना ले ।स्वस्थ रहेंगे ।
  • पश्चिम मुखी निवास स्थानों के मुख्यद्वार के आगे कोई भी रुकावट अथवा गहरे नीले रंग की चिक से अवरोध खड़ा करने पर पश्चिममुखी प्रभाव से राहत मिलती है ।
  • प्रवेश द्वार के सामने प्रवेश करते समय देखने वाला शीशा उन्नति में रुकावट पैदा करता है ।घर में एक ही सीध में तीन द्वार शुभ नहीं होते ।
  • सौभग्य,सौहार्द, संघटन बनाये रखने वाले के लिए भोजन कक्ष में डाइनिंग टेबल के साथ लगाती देवर पर शीशा लगाने से शुभत्व में वृद्धि होती है ।आपके बेडरुम में ,बेड कमरे के द्वार की तरफ न हो । द्वार की तरफ पैर करके सोना अशुभ होता है ।मुँह देखने वाले शीशे को ढक कर रखे ।दो सुन्दर पक्षियों के जोड़े को डेकोरेटिव पीस अथवा पेंटिंग पति -पत्नी में प्रेम बढ़ाते है ।
  • अपने घर के दक्षिण -पश्चिम में झूमर जिसमे एक ही तरह के बल्ब लगे हो ,जिनका प्रकाश निचे भी आये एंव छत पर भी जाये,भाग्य में वृद्धिकारक होता है ।किसी अतिथि एंव निकटतम व्यक्ति की तरफ तर्जनी उंगली करके सम्भोधन अथवा बात करने से संबंध बिगड़ते है ।इसी तरह चाय सेवा करते समय कोटली की भाप निकलने वाला कोण भी अतिथि की तरफ मत करे ।
  • अपने कार्यालय में अथवा किसी के ऑफिस में बैठते समय मेज के कोने में बैठकर बातचीत न करे, निराशा होगी ।सदैव पश्चिम -दक्षिण दिशा में फर्श रखते समय ऊँचा रखे ।पानी का बहाव पूर्व की और लक्ष्मी वृदि करक होता है ।किसी भी कार्यालय हल में कभी भी किसी बीम के निचे मत बैठे ।बीम की ऋणात्मक तरंगे आपको परेशानी किये रखेंगी ।आप उचित निर्णय नहीं ले पाएंगे ।
  • अपने निवास ,कार्यालय में बांस का पौधा अवश्य लगाए ।अपने मुख्या द्वार के अंदर की तरफ हैंडल के साथ तीन चानीइस सिक्के लाल धागे से बांध रखे ।घर के मुख्या द्वार के आगे स्वस्तिक लगाए सदैव शुभता बानी रहेगी 
MORE ARTICLES YOU MAY LIKE

No comments:

Post a Comment

facebook page